tag:blogger.com,1999:blog-37772608997464302152024-03-13T23:12:40.888+05:30शहर कांग्रेस कमेटी, रायपुर (छत्तीसगढ)*****कांग्रेस भवन,गांधी चौक,रायपुर (छ.ग.)***** कांग्रेस का हाथ, आम आदमी के साथUnknownnoreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-90193755535286521762008-07-12T12:09:00.002+05:302008-07-12T12:47:06.304+05:30भाजपा हिन्दुओ को छलना बंद करेअमर नाथ श्राइन बोर्ड से संबंधित जमीन विवाद को लेकर भाजपा के साथ अपने आप को हिन्दुओ के मसीहा समझने की जुर्रत करने वाले तथाकथित संगठन एक बार फिर हिन्दुओ की भावनाओ के साथ खिलवाड कर राजनैतिक वैतरणी पार करने की फिराक मे दम मारते दिख रहे है । प्रश्न यह उठता है कि कुछ वर्ष पुर्व जब जम्मु काश्मीर मे भाजपा के साथी नेशनल कांफ्रेस की सरकार थी तब श्राइन बोर्ड को जमीन देने की बात उन्होने सोची क्यों नही ? छ. ग. राज्य मे हज हाउस की जमीन का विवाद चल रहा है, राज्य की भाजपा सरकार चुप क्यों है? जमीन विवाद के पश्चात हुये दंगो मे देश भर मे हुई हत्या, लुट और संपंति के नुकसान के लिये कौन जिम्मेदार है? क्या भाजपा का एक मात्र उद्देश्य धार्मिक भावनाओं को भडका कर सत्ता प्राप्त करना है? मै भी पहले एक हिन्दु हुं फिर किसी पार्टी का सद्स्य, क्या कोई मेरी भगवान राम या देवी देवताओ के प्रति श्रद्दा पर अंगुली उठा सकता है? मै भी पुजा पाठ पर विश्वास करता हुं, और शायद भाजपा के एक कार्यकर्ता से ज्यादा ही मंदिर जाकर पुजा अर्चना करता हुं. भाजपा ने अपने जन्म से आज तक हिन्दु हित मे ऎसा कौन सा एक भी कार्य किया है जिससे एक हिन्दु उस पर विश्वास करे। भाजपा भगवान राम को अपना ब्रांड अम्बेसडर जैसा मान कर चल रहे है और इसकी जितनी निंदा की जाये कम है । एक बात और जो हमेशा देखने मिलती है कि श्राइन बोर्ड या गोधरा जैसे किसी भी मुद्दे पर भाजपा एक समय विशेष तक तो विहिप, बजरंग दल जैसे संगठनो के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलती है, सुर से सुर मिलाती रहती है, आंदोलन इत्यादि करती दिखती है, पर जैसे ही दुष्परिणाम दंगो, लुट पाट के रुप मे शुरु होते है भाजपा राग बदल देती है अपने आप को अलग दिखाने के लिये तरह तरह के बयान इनके बडे नेताओ के आने लगते है जिसमे प्रमुखता के साथ यह बताने का प्रयास किया जाता कि हमने ऎसा नही किया। इतिहास मे ऎसे उदाहरण भरे पडे है, पर आज आम हिन्दु जाग गया है, इनके छलावे मे वो आने वाला नही है, भारत का विकास करना है तो सब को साथ लेकर चलना होगा। धर्म संप्रदाय को आपस मे लडाने का हर्ष हमने विभाजन के रुप मे झेला है और भारत मे ये काम अंग्रेजो के पश्चात कोई कर रहा है तो वो भाजपा है?Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-91949002963745867832008-06-20T17:09:00.001+05:302008-06-20T18:22:34.687+05:30महंगाई, कांग्रेस और बदलावभारत मे बढती महंगाई के लिये विपक्षी दल के साथ वाम दल युपीए को जिम्मेदार ठहरा ने की अपनी परंपरा का निर्वहन कर रहे है और विपक्ष की भुमिका मे रहने वाली कोई भी पार्टी यही करती भी। सब जानते है कि महंगाई पर लगाम कसना इतना आसान काम नही रह गया है फिर चाहे कोई भी पार्टी सत्ता मे रहे, फिर भी प्रधानमंत्री जी एंव वित्तमंत्री जी पर सभी को विश्वास है कि महंगाई जिसने पिछले तेरह वर्ष का रिकार्ड तोड दिया है नियंत्रित होगी परन्तु कदम क्या उठाये जा रहे है इस पर बहुत कुछ निर्भर करेगा और एक बात तो सत्य है बढती महंगाई का नुकसान कांग्रेस पार्टी को आगमी चुनावो मे उठाना पड सकता है इस नुकसान की भरपाई कैसे हो यह एक चिंतनीय विषय है। यहा पर प्रश्नन यह उठता है कि क्या महंगाई से या अन्य किसी आफत से जनता को उबारने का जिम्मा केवल एक ही सरकार का है? क्या राज्य सरकारो का कोई उत्तरदायित्व नही बनता? क्या सरकार के कार्यो का उद्देश्य लाभ हानि आधारित हो गया है? अगर ऎसा है तो जनता भगवान भरोसे ही है, यहा मै केवल एक दल विशेष की बात नही करना चाहता सभी दलो को वर्तमान परिस्तिथियो मे पार्टी हित और वोट बैंक की राजनीति को किनारे रखकर कुछ ठोस कदम उठाने होंगे.। केन्द्र सरकार ने पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की कीमतों मे जो बढोतरी की उससे उन राज्य सरकारो के खजानो मे सैकडो करोड रुपये की बढोतरी होगी जिन्होने अपने राज्य मे टैक्स की दरो मे कमी नही की, क्या इस बढोतरी का लाभ राज्य की जनता को मिल पायेगा शायद मिले भी पर भ्रष्टाचार के पैरो मे कुछ हिस्सा चढने के पश्चात। कांग्रेस को भी वर्तमान परिस्थिती से कुछ सीखना होगा, कांग्रेस मे युवा वर्ग का एक तबका ऎसा भी है जो शैक्षणिक योग्यता से लैस है, सुचना और संचार के माध्यमों का उचित उपयोग करना जानता है, उसे इतिहास से अनुभव ग्रहण करने मे जिसे कोई संकोच नही होता, वह बुजुर्गों के प्रति आदर का भाव रखता है, ऎसे तबके के लोगो को अब आगे आना चाहिये। राष्ट्र के युवा नेता राहुल गांधी जी के साथ मिलकर इस देश को तरक्की की नई राह मे ले जाने के लिये बिना समय गवाएं कुछ कर गुजरना चाहिये। मिडिया हमारी आलोचना करता है कि कांग्रेसी अपने नेताओ की चापलुसी करने की सारी सीमाएं लांघ जाते है, मै मिडिया की इस बात से सहमत जरुर हुं पर कांग्रेस मे अपने अनुभव के आधार पर कह सकता हुं की प्रत्येक कांग्रेसी कार्यकर्ता ऎसा नही है, चंद लोगो की वजह से यह कह देना की स्भी कांग्रेसी ऎसे ही है उचित नही होगा, वास्तव मे आज वही बिकता है जो दिखता है और कांग्रेस मे जिस तबके की मै बात कर रहा हुं वो दिखता नही है, उसे कोई देखना भी नही चाहता कांग्रेस भवन मे मैने कई मीडिया कर्मियो को ऎसी बाते कहते हुये सुना है जिसमे की वे ऎसी टिप्पणी करवाने का प्रयास करते है जिससे की कुछ धमाकेदार खबर बन सके। गुटबाजी और अनुशासन हीनता किस पार्टी मे नही है? क्या कोई भी पार्टी अपने यहा इनसे इंकार कर सकती है? फिर क्या बात है कि कांग्रेस के विषय मे ये मीडिया की पसंदीदा बिषय होते है? इसके लिये मै मिडिया को कतई जिम्मेदार नही मानता, दरअसल आफ द रिकार्ड ब्रीफिंग मे हमारे कांग्रेस के निचले स्तर के नेता शायद बहुत आगे है अपने से जुडी खबरो को छपवाने के लिये ये आधी आधी रात तक अखबार के द्फ्तरो के चक्कर लगाते, विनय अनुवय करते देखे जा सकते है। कुछ चेहरे तो लोकल न्युज चेनलो के समाचारो मे रोजना देखे जा सकते है, बडे नेताओ की बाइट के दौरान अपना चेहरा कैमेरे मे लाने के लिये काफी मशकत्त करते भी इन्हे देखा जा सकता है। मीडिया फीवर होना अच्छी बात है पर अगर यह फीवर मलेरिया का रुप ले ले तो खतरनाक भी हो सकता है ये ऎसे लोगो को समझना चाहिये।Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-3522707923260810592008-05-23T13:39:00.001+05:302008-05-23T13:39:52.199+05:30मीसा बंदियों को पेंशन शहर कांग्रेस का विरोधशहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मनोज कंदोई ने राज्य सरकार के मीसा बंदियों को पेंशन देने के निर्णय को निंदनीय और इतिहास बदलने का प्रयास बताया है श्री कंदोई के अनुसार आपातकाल के दौरान जो लोग जेल गये वे अब अपने आप को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के समकक्ष समझने की जुर्रत कर रहे है, जबकि १८५७ से १९४७ तक के स्वतंत्रता के आंदोलन मे इनका तिल मात्र का भी योग दान नही था. आर.एस.एस और उसके सहयोगी संगठन इस बात को अच्छी तरह से जानते है और इसिलिये वे उन राज्य मे जहा भाजपा की सरकार है इतिहास बदलने का कुत्सित प्रयास कर रहे है। जो लोग इंदिरा जी के आपातकाल के निर्णय को इतिहास के काले अध्याय की तरह समझते है उन्हे गंभीरता से विचार करना चाहिये। महामंत्री कंदोई के अनुसार कुछ एक वर्ष पुर्व ही राष्ट्रीय स्तर की पत्रिका ने एक सर्वेक्षण कराया था जिसमे वर्तमान परिस्थितियो मे समस्याओ को हल करने मे सबसे सक्षम कौन होता? विषय पर एक सर्वेक्षण था, लगभग और सर्वाधिक ४१% लोगो ने इंदिरा जी को सबसे काबिल बताया। भाजपा वाले तर्क देते है कि आपातकाल के बाद कांग्रेस को जनता ने सत्ता से बाहर करके इस निर्णय को गलत साबित कर दिया था पर वे भुल जाते है कि बाद के वर्षो मे हुये चुनाव मे सत्ता फिर से इंदिरा जी के हाथो मे सौप कर उसी जनता ने अपना विश्वास भी जाहिर किया। <br />कंदोई राज्य सरकार के इस निर्णय से उन लोगो को फायदा अवश्य होगा जिनका इस देश की उन्नति, स्वतंत्रता और प्रगति मे कोई योगदान नही रहा और भार उन लोगो, उस आम जनता पर पडेगा जो पसीने कमाई से विकास के लिये टैक्स देते है। अंत मे यही कहा जा सकता है कि भाजपा १८५७ की क्रांति को तो याद करती है पर स्वतंत्रता आदोलन मे गांधी जी के पदार्पण के बाद के समय को वो भुलना चाहती है और स्वतंत्रता संग्राम सेनानीयो के समकक्ष एक संगठन मीसा बंदियो के नाम पर खडा करना चाहती है जो शायद केन्द्र मे एनडीए की सरकार रहते वो नही कर पाई। महामंत्री कंदॊई के अनुसार जैसे की परंपरा बन गयी है मीसा बंदी अब रमन सिंह का भव्य सम्मान समारोह राजधानी मे आयोजित करेंगें और फिर शुरु होगा इतिहास को नये तरीके से लिखने का एक और खेल। शहर कांग्रेस इस निर्णय का हर स्तर पर विरोध करेगी और अपने आला नेताओ से निवेदन करेगी की इस बात को चुनाव घोषणा पत्र मे शामिल करे की जनता पर अतिरिक्त भार डालने वाले इस निर्णय को कांग्रेस की सरकार आने पर बदल देगी।Unknownnoreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-29579618011599161382008-05-22T19:39:00.004+05:302008-05-22T20:11:51.465+05:30City Congress Raipur remembers Rajiv Gandhi on death anniversaryOn the 17th death anniversary of our beloved leader who made congress party to lead the nation to enter in 21st century Shri Rajiv Gandhi, city Congress Raipur organizes a program in congress bhawan. In which Leaders Shri Amitesh Shukla, Shri Styanarayan Sharma, Shri Subhash Sharma DCC president Inderchand Dhariwal, Hasan Khan, Smt. Babita Nathani, Smt. Vandna Gupta and others were present. An oath to fight terrorism was taken be all who present. Youth congress workers under the guidance of Yogesh Tiwari donated blood at a hospital in Raipur. Asif Menan, Vinod Tiwari were present with their supporters. NSUI headed by Vikas Upadyay organized a workshop at Spectrum hall in relation to information technology. Subodh Haritwal, Amit Sharma, Pankaj Mishra assist him . The renowned social worker Mr. Rajesh Agrawal and Dr. Kar along with Kuldip Juneja Inderchand Dhariwal my self were the guest of honor. In an other programme Kuldip Juneja donated two tri cycle in the memory of his brother and former Mayor of Raipur Shri Balbir Junjeja at "Kushth Basti" Pandri.Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-23637811321214390032008-05-21T19:24:00.000+05:302008-05-21T19:26:01.635+05:30Talent Hunt in Chhattishgarh20th May 2008, Tuesday left a history behind in congress party in Chhattishgarh. The historic Congress Bhawan at Gandhi Chowk which was the center point of all freedom struggle movement in this region of Country witnesses a talent selection program according to the wishes of Rahul Gandhi. Honorable State Minister of Govt. Of India Jatin Prasad, AICC Secretary and MLA from Rajasthan Jitendra Singh and President of All India Youth Congress Ashok Tanwar interviewed the youths. Token on submission of bio-data given to the candidates. AIYC secretary Parpreet Barar herself collected the bio data Gen. Secretary AIYC Chaynika Uniyal Co-ordinate all proceedings. Nearly about 200 hundred youths fulfilling the criteria fixed were asked questions regarding their past activities, future plans, knowledge of the youths were tested from different angels.Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-85887638049831947832008-05-07T13:12:00.003+05:302008-05-08T13:30:15.793+05:30वनवासी अधिकारों को मान्यताकेन्द्र की युपीए सरकार ने अनुसूचित जनजाति और अन्य पारम्परिक वनवासी (वनवासी अधिकारों को मान्यता) अधिनियम, 2006 को 2 जनवरी, 2007 का अधिनियमित किया गया है, जिससे कि अभ्यारण्यों और राष्ट्रीय उद्यानों सहित वन भूमि में वन अधिकारों और व्यवसाय को उन लोगों को अधिकार और मान्यता दी जा सके जो अनुसूचित जनजाति के वनवासी हैं और पारम्परिक वनवासी हैं जोकि पीढिंयों से ऐसे वनों में पहले से निवास कर रहे हैं लेकिन जिनके अधिकारों और इस प्रकार से विहित वन अधिनियम को रिकार्ड करने के लिए एक फ्रेमवर्क प्रदान करने और वन भूमि के प्रबंध में ऐसी मान्यता और अधिकारों के लिए अपेक्षित साक्ष्य की प्रकृति को अभिलिखित नहीं किया जा सका था । इस अधिनियम के तहत नियमों को 1 जनवरी, 2008 से अधिसूचित किया गया है । अधिनियम के अनुसार, वन भूमि के संबंध में वनवासी अनुसूचित जनजातियों और अन्य पारम्परिक वनवासियों के वन अधिकारों को मान्यता देना और प्रदान करना इस शर्त पर होगा कि ऐसी अनुसूचित जनजातियां अथवा जनजाति समुदाय अथवा अन्य पारम्परिक वनवासी दिसम्बर, 2005 के 13वें दिन से पहले वन भूमि पर अधिग्रहित थे, जिसमें पारम्परिक वनवासी से अभिप्राय है कोई सदस्य अथवा समुदाय जिसकी दिसम्बर, 2005 के 13वें दिन से पहले कम से कम तीन पीढियां मुख्यत: वनों में रह रही थी और जो वन अथवा वन भूमि पर वास्तविक जीवनयापन आवश्यकताओं के लिए निर्भर करते हैं । <br />छत्तीसगढ की भाजपा सरकार ने आज तक केन्द्र सरकार के उक्त अधिनियम के पालनार्थ कोई विशेष रुचि नही दिखाई है, अधिनियम के प्रावधानो का ठीक तरह से प्रचार प्रसार नही किया गया है। छत्तीसगढ राज्य विशेष मे इस अधिनियम के पालन से वास्तविक आदिवासियो को इसका लाभ मिल पायेगा इस मे संदेह है, दरअसल सलवा जुडुम के नाम पर आदिवासियो को कुछ वर्षो पुर्व उनके मुल स्थानो से हटाकर सडको के किनारे राहत शिविरो मे शिफ्ट कर दिया गया है, गांव के गांव खाली करा दिये गये, भोले भाले आदिवासी जिनके पुर्वज वनो से आज तक बाहर नही निकले, जिनके जीवन व्यापन का प्रमुख साधन ही वन रहे है और जो आज भी वस्तु विनिमय द्वारा ही लेनदेन करते है ऎसे भोले भाले आदिवासियो, जिन्हे ध्यान मे रखकर ही उक्त विधियेक पारित किया गया आज इसके लाभ से वंचित रह जाये तो गलत होगा। सलवा जुडुम के नाम पर आदिवासियो को कितनी कुर्बानीया देनी पडी सर्वविदित है राज्य सरकार इन आदिवासियो को तो सुरक्षा प्रदान करने मे तो अक्षम रही है परन्तु दुसरी ओर बडी कंपनियो को वहा उपक्रम लगाने पर पुर्ण सुरक्षा की ग्यारंटी दे रही है । कांग्रेस के महासचिव श्री राहुल गांधी ने हाल ही मे अपने बस्तर दौरे के दौरान कहा था की औधोगिकरण होना चाहिये पर संस्क्रति के दाम पर नही, म.प्र. के पुर्व दिवंगत मुख्यमंत्री पं. श्यामाचरण शुक्ल ने भी एक समय इन्ही बातो को कहा था, पर अब तो आदिवासी, वनवासियो को जमीन का अधिकार देने के लिये कानुनी प्रावधान किये गये है अत: आज की परिस्थिती मे राज्य की भाजपा सरकार की कमजोर इच्छा शक्ति और चुनावी वर्ष मे नफा नुकसान को देखते हुये भाजपा की राज्य सरकार छत्तीसगढ मे वनवासी आदिवासियो को उनका हक देने मे कोई दिलचस्पी लेगी इसमे सदेंह ही है। कांग्रेस के महासचिव श्री राहुल गांधी के आदिवासी अंचलो के दौरो से भी राज्य सरकार चिंतित है इन सब बातो को ध्यान दे तो राज्य मे कांग्रेस पदाधिकारियो की जिम्मेदारी काफी बढ जाती है । राज्य सरकार पर दबाव बढाकर वनवासी आदिवासी परिवारो को उनका हक दिलाने के लिये कांग्रेस को अग्रणी भुमिका निभानी होगी और इस कार्य मे देरी के क्या परिणम होगे यह भी सोचना होगा।Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-34260834685400697622008-05-06T17:40:00.004+05:302008-05-06T18:08:41.435+05:30पार्षद को धमकी शहर कांग्रेस ने कार्यवाही की मांग कीशहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंदरचंद धाडीवाल प्रभारी महामंत्री मनोज कंदोई ने पार्षद डां भागवत साहु को धमकी देने वाले को अतिशीघ्र गिरफ्तार कर कडी से कडी सजा देने की मांग की है। महामंत्री कंदोई के अनुसार निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के साथ दिनो दिन इस प्रकार के वाक्ये बढते जा रहे है और प्रशासन सिर्फ आश्वाशन देने के सिवाय कुछ भी नही कर रहा है, इससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार की नौकरशाही पर जरा भी पकड नही है या फिर नौकरशाह के समक्ष जनप्रतिनिधीयों का कोई मह्त्व नही है। शहर कांग्रेस ने इस प्रकरण पर चौबीस घंटे के भीतर कार्यवाही नही होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है एंव इसी संदर्भ ने सात तारीख को दोपहर बारह बजे कांग्रेस भवन मे एक आवश्यक बैठक बुलायी गयी है जिसमे कांग्रेस पार्षद दल के साथ आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया जायेगा।Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-47321629046134689652008-04-12T19:32:00.006+05:302008-12-10T01:29:19.464+05:30राहुल जी से मेरी मुलाकात<a href="http://1.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/SADNCYDdFeI/AAAAAAAAAdo/NZYwmYpSEp4/s1600-h/Manoj..jpg"><img style="float:right; margin:0 0 10px 10px;cursor:pointer; cursor:hand;" src="http://1.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/SADNCYDdFeI/AAAAAAAAAdo/NZYwmYpSEp4/s200/Manoj..jpg" border="0" alt=""id="BLOGGER_PHOTO_ID_5188372211431183842" /></a><br />११ अप्रेल २००८ को राहुल जी से मै दिल्ली के १० जनपथ पर मिला सफेद कुर्ता पायजामा मे सदैव की तरह हसमुख चेहरा, लोगो को एक एक कर के मिलते हुये मेरे करीब पहुचे सामान्य अभिवादन करके मै सीधे सुचना के अधिकार के हो रहे दुरुपयोग पर आ गया। अपनी चिंता व्यक्त की, कैसे दुरुपयोग हो रहा है बताया\ रोजगार ग्रामीण ग्यारंटी योजना की चर्चा की मैने कहा कि इस योजना की सफलता को कोई इंकार नही कर सकता पर भ्रष्टाचार का दीमक भी इस योजना को चट करने की तैयारी मे है। ध्यान से सुनने के पश्चात इन्ही सब बातो का उल्लेख करते हुये मेरे द्वारा लिखित ज्ञापन को उन्होने लिया और इस दिशा मे अन्य जानकारीया एकत्रित करने का मौखिक आदेश कनिष्क सिंह को दिया तथा पुन: अभिवादन स्वीकार कर अगले आगुन्तक की ओर बढ चलेUnknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-46705664219574559362008-04-06T19:34:00.003+05:302008-04-06T20:18:28.768+05:30राहुल गांधी की प्रस्तावित छत्तीसगढ यात्रा<strong>सर्वप्रथम तो हिन्दु नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये</strong> राहुल गांधी- भारतीय राजनीति का वो चेहरा जिस पर देश भर की नजर टिकी है, अतंत: अप्रेल के अंतिंम सप्ताह मे छत्तीसगढ की पवित्र भूमि पर पधार रहे हैं। वो व्यक्तित्व जो देश का भावी प्रधानमंत्री है, वो व्यक्तित्व जो अपनी बेबाकी के लिये अपनी पहचान बना चुका है, ऎसा व्यक्तित्व जो युवाऒ के लिये रोल माडल बन गया. । मैने कई दफा सुना है कि पं. जवाहरलाल नेहरु ने जेल मे रहते हुये डिस्कवरी आफ इंडिया नामक किताब लिखी थी जिसे हर राजनीतिज्ञ को पडना चाहिये, पर मुझे ऎसा सौभाग्य अभी प्राप्त नही हुआ, मेरा आलसपन इसका कारण हो सकता है। बहरहाल राहुल जी का पुरे देश के दौरे से कांग्रेसजनो मे आत्मविश्वास बढा है, इससे जनाधार कितना बढेगा यह समय की गर्त मे है। राहुल जी आयेगे खुब शक्ति प्रदर्शन होगे, विपक्षी अपने धर्म का पालन करेगें, बयान बाजी होगी जैसा कि हमेशा होता रहा है पर <strong>अंधेरे मे गुस्सा उतारने से अच्छा है, माचिस की एक तिली जलाना </strong> अत: राहुल गांधी जी जिन उदेद्श्यो को लेकर मेहनत कर रहे है आज देश के कोने कोने मे जा रहे है उन उद्देश्यो को प्राप्त करने के लिये हम कांग्रेसजन भी मेहनत करे, ऎसी नीतिया बनाऎ जिससे जनविश्वास बढे, ऎसे रचनात्मक कार्य करे जिससे लोग हमसे जुडे। शहर कांग्रेस कमेटी ने अपने सदस्यो का रक्त समुह परीक्षण करवाया और आज खुशी इस बात कि है कि आज हमारे बहुत से सद्स्य रक्तदान के लिये तत्पर है। कांग्रेसजनॊ से उनके निवास पर जाकर मिलने के अपने कार्यक्रम मे मुझे कई लोगो की शिकायतों का सामना करना पड रहा है पर खुशी इस बात की होती है कि कांग्रेसजनो को और करीब से जानने समझने का मुझे मौका मिल रहा है अत: मै समझ सकता हु कि दौरे कार्यक्रम करके राहुल जी कांग्रेस मे एक नयी जान फुकने की कोशिश कर रहे है और हमे उनके इस प्रयास की सराहाना करते हुये जी जान से उनके साथ कार्य करना चाहिये।Unknownnoreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-90206046676844723772008-03-23T23:03:00.004+05:302008-04-05T12:59:19.335+05:30बजट, वेदांती एंव अडवानी जी की सभा- २ब्रजमोहन अग्रवाल जी ने जब राजिम को कुंभ का नाम देने के विषय मे सोचा होगा तो शायद उनके मन मे इसे राजनीति का कुंभ बनाने का विचार आया या नही होगा यह तो वे ही जाने पर धार्मिक उन्माद पैदा कर इससे वोट बटोरने और गुजरात की तरह छत्तीसगढ मे भी माहौल बनाने का प्रयास करने वाले राजनीतिक अखाडे के खिलाडी के रुप मे भाजपा के पुर्व सासंद और वेदांती भले ही अपने को संत माने पर आचरण उनका एकदम विपरीत रहा है। मै इस बात की निंदा अवश्य करुंगा कि उन्होने सोनिया जी के साथ साथ प्रधानमंत्री और राज्यपालो के विषय मे अर्नगल बाते कही, पर सवाल यह है कि क्या यह सब प्रायोजित था, क्या राजिम की पवित्र भुमि को चुना जाना वो भी पवित्र कार्यक्रम मे महज एक संयोग था, जब की उनके और भी कार्यक्रम थे? क्या सिर्फ माफी मांगकर या खेद व्यक्त कर विवाद का पटाक्षेप करना उचित है? क्या कलेक्टर और अन्य पुलिस अधिकारीयो की सुरक्षा मे एक अपराधी कॊ राज्य की सीमा पार कराना उचित था? तमाम बाते है जिनका जिक्र किया तो जा सकता है पर उनका अब अर्थ क्या? आज तक हमने यही सुना है कि साधु संतो के मुख मे भगवान की वाणी बसती है, पर वेदांती के मुख से जो कुछ निकला उससे तो यही लगता है कि या तो हमे पढाने लिखाने वाले गलत थे या फिर साधु संतो के वेश मे असमाजिक तत्व अपनी राजनीति की दुकान चला रहे है, इसके लिये जिम्मेदार कौन है यह बहस का विषय हो सकता है पर आज उन लोगो को सोचना होगा जो बात तो राजनीति मे अच्छे, पढे लिखे लोगो को लाने कि और ना जाने कितनी बडी बडी बाते करते है, पर टिकिट देने मे वेंदाती जैसे तथाकथित समाज सेवको को देते है?Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-81216377112282732512008-03-21T11:54:00.001+05:302008-12-10T01:29:20.074+05:30<a href="http://3.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R-NVsQWoHFI/AAAAAAAAAdQ/8YkPl1lIQuE/s1600-h/photo.jpg"><img style="float:right; margin:0 0 10px 10px;cursor:pointer; cursor:hand;" src="http://3.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R-NVsQWoHFI/AAAAAAAAAdQ/8YkPl1lIQuE/s200/photo.jpg" border="0" alt=""id="BLOGGER_PHOTO_ID_5180078215198678098" /></a><br /><strong>भूल जाओ बीते हुए कल को, दिल में बसा लो आने वाले पल को मुस्कुराओ चाहे जो हो हाल, क्योंकि खुशियां लेकर आ गया होली का गुलाल</strong>... आप सभी को शहर कांग्रेस कमेटी की और से होली की हार्दिक शुभकामनाएंUnknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-57195763130768707682008-03-11T20:07:00.001+05:302008-03-11T20:42:50.971+05:30बजट, वेदांती एंव अडवानी जी की सभादेरी के लिये क्षमा प्रार्थी हुं दरअसल आफिस के कार्यो मे व्यस्तता के चलते अपने ब्लाग मे नही आ सका, इस दौरान बहुत सारी बाते हुई। सिलसिलेवार इन पर गौर करुंगा।<br />बजट :- सब ने बजट सुना, पढा, और समझा अपनी राय भी दी और कुछ ने कहु तो थोपी भी। पर सभी ने इसे ऎतिहासिक बजट कहा, निश्चितरुप से ऎतिहासिक बजट है,किसानो के लिये और कांग्रेसजनों के लिये, वास्तविक किसानों को कितना लाभ होगा इसका आकलंन करना होगा। आयकर की सीमा बढाने से प्रत्येक व्यक्ति को फायदा होगा। इन सब बातो का कांग्रेस को कितना फायदा होगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम आम जनता तक इन प्रावधानों को किस तरह और कितनी जल्दी पहुचा पाते है। मै आप को बताउ अप्रेल माह मे महामंत्री होने के नाते मैने शहर कांग्रेस का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम बनाया है जिसके सफल क्रियान्वयन के लिये मुझे बहुत सारी तैयारीया करनी पड रही है यह योजना मेरे राजनीतिक जीवन के लिये मील का पत्थर साबित हो सकती है अपने तरह के इस कार्यक्रम की प्रेरणा मुझे आदरणीय श्री संजीत त्रिपाठी जी की मेरे ब्लांग को भेजी गयी एक टिप्पणी से मिली। (क्रमश:)Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-47495115766279443562008-02-15T05:39:00.000+05:302008-02-22T18:33:24.273+05:30पं. श्यामाचरण शुक्ल की प्रथम पुण्य तिथी१४ फरवरी का दिन श्रद्देय श्याम भैय्या की प्रथम पुण्य तिथी थी, पिछले चंद दिनो से इस दिवस पर होने वाले कार्यक्रमो की तैयारीयों मे व्यस्त रहने की वजह से ब्लाग पर नही आ सका, क्षमा चाहुंगा। कांग्रेस भवन के आयोजन मे ्शहर कमेटी के समस्त पदाधिकारियों के अलावा श्री विध्याचरण शुक्ल, श्री अमितेश शुक्ल, श्री धनेन्द्र साहु जी उपस्थित थे, इस अवसर पर श्रीमती पदमिनी शुक्ल की उपस्थिती विशेष रही। सुबह ९.३० बजे महादेव घाट के करीब श्याम घाट जंहा श्याम भैय्या की समाधी का निर्माण हो रहा है वहा बापु के भजनो का गायन श्री मदन चौहान द्वारा किया गया सभी उपस्थित जनों ने समाधी पर श्रद्दा सुमन अर्पित किये, मुख्य कार्यक्रम शहीद स्मारक भवन मे दोपहर २ बजे से प्रारंभ हुआ इसका आयोजन परिवार जनो द्वारा निर्मित पं. श्यामाचरण शुक्ल फाऊडेशन द्वारा किया गया, प्रमुख वक्ताओं ने अपने शब्दो से पं. श्यामाचरण शुक्ल का पुण्य स्मरण किया उनमे केन्द्रीय मंत्री सर्वश्री शिवराज जी पाटिल, श्री रामचंद्र सिहदेव, कुलपति श्री लक्ष्मण चतुर्वेदी, श्री केयुर भुषण, श्री कनक तिवारी, श्री महेन्द्र कर्मा, श्री चरणदास महंत शामिल थे.Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-12463447255616331442008-02-08T21:12:00.002+05:302008-02-15T07:44:20.418+05:30केशकाल चुनाव - विश्लेषण अपने अपनेकल केशकाल विधान सभा उपचुनाव के मतो की गिनती हुई,एक और चुनाव मे कांग्रेस की हार। उक्त सीट भाजपा के महेश बघेल के असामयिक देहांत की वजह से रिक्त हुई। विद्वान पत्रकारों सहित विभिन्न नामी गिरामी नेताओ ने अपनी अपनी तरह से हार जीत का विषलेश्ण किया, सबके अपने अपने तर्क है, किसी ने ३ रु चावल को, किसी ने कांग्रेस की गुटबाजी को तो किसी ने कुशल प्रबंधन को हार जीत का कारण बताया। यधपि शहर कांग्रेस कमेटी का एक दल अध्यक्ष इंदरचंद धाडीवाल के साथ अंतिम दिनो मे पहुंचा चुंकि मुझे रायपुर मे ही रुकना था अत: मै ना जा सका। लेकिन जो हुआ उसे हम अप्रत्यासित नही कह सकते, अपनी पार्टी की हार के लिये मै पुराने घिसे पीटे कारणो को गिना कर अंधों के बाजार मे चश्मे बेचने का काम नही कर सकता क्योंकि मेरे व्यक्तिगत विचार मे यही हमारे हार और घटती लोकप्रियता का कारण है, सिर्फ यही एक कारण नही है और भी है जिनके विषय मे पदाधिकारी होने के कारण सार्वजनिक रुप से कहना उचित नही होगा फिर भी आप से कहुं और जैसे कि मैने अपने पुर्व के चिठठे मे शायद कही उल्लेख किया था कि कांग्रेस को अपनी जडों की ओर लौटना होगा जडो से मेरा तात्पर्य अपने बुथ मे बैठने वालों को, पर्ची वितरण करने वाले कार्यकर्ताओं को मान सम्मान देना होगा, उनके सुख दुख मे साथ देना होगा, जनता के घरों मे पहुंचना होगा। मेरा तो यहा तक मानना है कि वर्तमान मे बदली परिस्थितयों मे कांग्रेस को चुनाव लडना फिर से सीखना होगा । मै स्वंयं दो दफे पार्षद का चुनाव लड चुका हुं, रायपुर के महापौर सुनील सोनी, सभापति रतन डागा दोनो से ही बहुत ही कम अंन्तर से मेरी हार हुई पर वास्तव मे मेरी हार का कारण भाजपा के दोनो प्रत्याशीयों का फर्जी वोटिंग मे हासिल महारत है, और भी बहुत से कारण है, परन्तु मै ईश्वर पर विश्वास करने वाला व्यक्ति हुं और मुझे मालूम है कि ऊपर वाले की जब लाठी चलती है तो उसमे आवाज नही होती । मुझे तो ईश्वरी शक्ति पर पुरा विश्वास है बस इंतजार है तो समय का, माफ किजीयेगा मै अपने विषय से जरा भटक गया, हार के लिये गिनाने के वास्ते कारणो की कमी नही पर जो कारण गिनाये जा रहे है वो मन को सात्वांना देने के लिये तो ठीक हो सकते है पर आगमी विधान सभा चुनावो मे जीत दर्ज करने के लिये जरुरत है तो जडो की ओर लौटने की, रणनीति बदलने की, सिर्फ विरोध करने के लिये विरोध करना है वाली मानसिकता को बदलने की और उन लोगो को समने लाने की जो वर्षो से कांग्रेस के साथ है, ना कि उन्हे जो कभी ना कभी, कहि ना कहि , गांव गांव मे गली गली मे कांग्रेस और अप्रत्यक्ष रुप से ही सही हमारी अध्यक्षा श्रीमती सोनिया जी के निर्णय की खिलाफत करते है।Unknownnoreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-52091769806707407762008-01-26T19:17:00.000+05:302008-02-04T05:31:44.321+05:30गांधी के बाद गांधीवादी विचारधारा की हत्या का प्रयास आज भी जारी:शर्म करो,शर्मकरोहमारी स्वतंत्रता के लिये अपने प्राणो की आहुति जिन लोगो ने दी उनमे से बहुत सारे लोगो के विषय मे हमे इतिहास के पन्नो से ही जानकारी उपलब्ध हो पाती है, इसके अलावा असंख्य लोग ऎसे है जिनके विषय मे हम मे से कईयो को जानकारी है भी नही परन्तु हम उन्हे भी नमन करते है, हम उन सैनिको को भी श्रद्वा सुमन अर्पित करते है जिन्होने स्वतंत्र भारत की सुरक्षा के लिये अपने प्राणों की आहुति दी । पर क्या करे भारत की इस विशाल जनसंख्या मे चंद तत्व ऎसे भी है जो गांधी और उनकी विचारधारा से जरा भी इतफाक नही रखते उनके अपने तर्क हो सकते है, तर्क के वितर्क हो सकते है पर क्या इस सच्चाई से कोई मुहं मोड सकता है कि गांधी जी ने अहिंसा के मार्ग को अपना कर इतने वर्षो के अंग्रेजों के शासन को समाप्त कर दिया, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने वालों को बापु के कार्यशैली पर कोई एतराज नही था वे तो बस आजादी चाहते थे, क्योकि गुलामी क्या होती है इसका अहसास शायद पढ्कर, और सिनेमाओ मे देखकर नही लगाया जा सकता है। इसलिये उन लोगो पर जो बापु के विरोधी है, उनके कार्यों के विरोधी है, जो बापु और उनकी विचारधारा से इतेफाक नही रखते और बापु के प्रति जिनकी भावनाऎ अच्छी नही है और जो गांधीवादी विचारधारा की हत्या के प्रयास मे लगातार लगे है, उन्हे शर्म आनी चाहिये. आप सोच रहे होगें की आखिर आज मुझे हो क्या गया है? दर असल पिछले दिनो मै http:///www.hindujagruti.org" का अवलोकन कर रहा था उसमे गांधी जी के प्रति जो बाते लिखी गयी है उनमे से किसी भी बात का उल्लेख करना जरा भी उचित नही होगा।Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-28888352110604285242008-01-26T19:00:00.000+05:302008-02-04T05:36:14.323+05:30गणतंत्र दिवस मनाया गयाइस वर्ष हमने गणतंत्र की ६० वी वर्षगांठ मनाई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुर्व केन्द्रीय मंत्री श्री विध्याचरण शुक्ल एंव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य श्री अमितेश शुक्ल थे। सर्वधर्म प्रार्थना सभा सर्वोदयी नेता श्री हरप्रसाद जी अग्रवाल के नेतत्व मे की गयी, गांधीवादी विचार धारा वाले श्री अग्रवाल की पत्नी का देहांत २३ जनवरी को ही हुआ परन्तु फिर भी वे अपने आप को इस कार्यक्रम मे आने से ना रोक सके। कार्यक्रम के पश्चात सभी बुढापारा स्थित शुक्ल भवन के लिये रवाना हुये. कार्यक्रम का संचालन का सौभाग्य हमेशा की तरह मुझे प्राप्त हुआ। इस दौरान केशकाल उपचुनाव सर्वत्र छाया हुआ है, हमारे प्रदेश प्रभारी श्री व्ही. नारायण स्वामी, श्री विध्याचरण शुक्ल, डां. चरणदास महंत, मैदान मे डटे है, श्री अजीत जोगी जी का भी दौरा कार्यक्रम तय हो चुका है. राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री मोतीलाल जी वोरा के साथ श्री अमितेश शुक्ल भी शीघ्र ही चुनाव प्रचार के लिये केश्काल पहुचने वाले हैं। इन्ही कारणों से हमारा लोक जागरण अभियान कुछ समय के लिये लगभग स्थगित ही है।Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-2062191498857288772008-01-23T21:15:00.000+05:302008-12-10T01:29:20.287+05:30लोक जागरण अभियान के सहारे वार्डो तक पहुचती कांग्रेस<a href="http://4.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R5dpGyGvYfI/AAAAAAAAAdA/xQQ-X4eR-04/s1600-h/Untitled-1+copy.jpg"><img style="float:right; margin:0 0 10px 10px;cursor:pointer; cursor:hand;" src="http://4.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R5dpGyGvYfI/AAAAAAAAAdA/xQQ-X4eR-04/s200/Untitled-1+copy.jpg" border="0" alt=""id="BLOGGER_PHOTO_ID_5158707463426367986" /></a><br />हमारा लोक जागरण अभियान वार्डो मे बद्स्तुर जारी हैं । पण्डरी वार्ड मे श्री तेजु सोनानी को अध्यक्ष नियुक्त करके जोरदार तरीके से लोकजागरण अभियान का शुभारंभ हुआ। इसके अतिरिक्त खाद्यमंत्री का घेराव सफेद राशन कार्ड पर चावल नही मिलने पर और कई गरीब परिवारों को राशन कार्ड अभी तक प्राप्त नही होने जैसे विषयों को लेकर उक्त घेराव गरीबों को साथ लेकर किया गया । उसी अवसर का चित्र आपके लिये प्रस्तुत है। गणतंत्र दिवस की पुर्व संध्या पर पहली दफा देश भक्ति गीतों की प्रतियोगिता का अयोजन कांग्रेस भवन मे आयोजित की जा रही है। छोटे स्तर पर ये आयोजन होगा, आशा है समस्त कांग्रेसजनो को पसंद आयेगा । आज मेरा विचार दरअसल मायावती की सोशल इंजनीयरीग के विषय मे था पर व्यस्तता की वजह से इसे चंद दिनों के लिये टाल रहा हुं, पर इस सवेदनशील मुद्दे पर लिखूगां अवश्य।Unknownnoreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-45032288498167099802008-01-17T12:04:00.000+05:302008-01-17T14:25:59.140+05:30भाजपा की पोल खोलता हमारा अभियान<span style="font-size:78%;">जब भाजपा के नेता हमारी केन्द्र सरकार के ऊपर छत्तीसगढ के साथ भेदभाव की बात करते है तो हम समस्त कांग्रेसजनो का यह कर्तव्य बनता है कि हम मुहं तोड जवाब दें और जनता को वास्तविकता से अवगत कराये। मै मानता हुं की हमारे कांग्रेस भाई- बहनों को केन्द्रीय योजनाओं की और राज्य को मदद की जानकारी नही मिल पाती है, इसी को ध्यान मे रखते हुऎ मैने इस ब्लाग के माध्यम से उन जानकारीयों को आप तक पहुचाने का प्रण किया है। आज मै <span style="font-size:100%;">सप्रंग की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी एंव प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी</span> की सरकार द्वारा राज्य मे पर्यटन के विकास के लिये आबंटित राशि का विवरण उपलब्ध करा रहा हुं :</span><br /><span style="font-size:78%;"><span style="font-size:85%;"><strong>राज्य सरकार को आबंटित राशि</strong></span> :-</span><br /><span style="font-size:78%;">क्रमशः प्रोजेक्ट क्रामांक, वर्ष, कार्य का विवरण, फाईल क्रमांक, आबंटित राशि (लाखों मे) के क्रम मे इस प्रकार है :-</span><br /><span style="font-size:78%;">१८५६ २००३-०४ चम्पारण को पर्यटन केन्द्र के रुप मे विकास </span><span style="font-size:100%;">५०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;"><span class=""><span class="">८४७ </span></span>२००३-०४ चित्रकूट को पर्यटन केन्द्र के रुप मे विकास </span><span style="font-size:100%;">५०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">१८६७ २००३-०४ -------------तदैव--------------------------- </span><span style="font-size:100%;">५०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">१८७६ २००३-०४ नगरनार का पर्यटन केन्द्र के रुप मे विअकास </span><span style="font-size:100%;">४८.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">२०७१ २००३-०४ राज्य मे पर्यटन सर्किट का विकास </span><span style="font-size:100%;">८००.०० <span style="font-size:85%;">लाख</span><br /></span><span style="font-size:78%;">२८०६ २००३-०४ राजिअम और भोरम्देव महोत्सव हेतु </span><span style="font-size:100%;">७.०० <span style="font-size:85%;">लाख </span><br /></span><span style="font-size:78%;">३१२० २००४-०५ इंन्फर्मेशन टेक्नालाजी के विकास हेतु १३-आई टी (२७)/२००४- </span><span style="font-size:100%;">३१.<span class="">६८<span style="font-size:85%;">लाख</span></span><span style="font-size:85%;"> </span><br /></span><span style="font-size:78%;">३०३५ २००४-०५ सिरपुर के विकास के लिये ५-पीएसड्ब्लू/५२/२००४- </span><span style="font-size:100%;">३९७.९१ <span style="font-size:85%;">लाख</span><br /></span><span style="font-size:78%;">३०३३ २००४-०५ इकों पर्यटन के विकास हेतु ५पीएसड्ब्लु/८१/२००४ - </span><span style="font-size:100%;">६४८.३५ </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३६०८ २००५-०६ छ।ग। मे आई।टी प्रोजेक्ट हेतु ५ पीएसड्ब्लु/(७२)/२००५- </span><span style="font-size:100%;">७५.०० <span style="font-size:85%;">लाख</span><br /></span><span style="font-size:78%;">३१४९ २००५-०६ मैनपाट मे विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु/(९८)/२००४- </span><span style="font-size:100%;">४६८.४१ <span style="font-size:85%;">लाख</span><br /></span><span style="font-size:78%;">३६०५-२००५-०६ पर्यटन सर्किट- रायपुर-नागपुरा-भोरमदेव ५-पीएसड्ब्लु/(६८)/२००५- </span><span style="font-size:100%;">४४७.७२ </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३५३३ २००५-०६ पर्यटन सर्किट- रायपुर- आरंग-सिरपुर-नारायन ५-पीएसड्ब्लु/२८/२००४- </span><br /><span style="font-size:78%;">पुर- गिरोदपुरी- शिवरीनारायण-खरोद- मठार-</span><br /><span style="font-size:78%;">रतनपुर - </span><span style="font-size:100%;">७१४.४६ </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">२००५-०६ मल्हार उत्सव के आयोजन हेतु - </span><span style="font-size:100%;">५.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३५६५ २००५-०६ सिरपुर उत्सव हेतु १४-टीप(९१)/२००४- </span><span style="font-size:100%;">१५.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३८१९ २००६-०७ माना तुता मे पर्यटन के विकास हेतु - </span><span style="font-size:100%;">५०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३८१३ २००६-०७ चिल्फी- कबीरधाम मे पर्यटन विकास हेतु ४-ए-आर।टी (१७)/२००६ - </span><span style="font-size:100%;">४८.७५ <span style="font-size:85%;">लाख </span><br /></span><span style="font-size:78%;">३८२५ २००६-०७ माना तुता मे पर्यटन के विकास हेतु -</span><span style="font-size:100%;">२०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख </span><br /><span style="font-size:78%;">३६८८ २००६-०७ राजमेरगढ (अमरकंटक के पास) का विकास ५-पीएसड्ब्लु(७५)/२००५- </span><span style="font-size:100%;">२७५.७३ </span><span style="font-size:85%;">लाख</span><br /><span style="font-size:78%;">३८७५ २००६-०७ मल्हार को पर्यटन केन्द्र के रुप मे विकास ५- पीएसड्ब्लु(७८)/२००६- </span><span style="font-size:100%;">२१६.२१ </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३७६१ २००६-०७ राजिम मे पर्य़टन विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु(८)/२००६ - </span><span style="font-size:100%;">२९५.९५ </span><span style="font-size:85%;">लाख</span><br /><span style="font-size:78%;">३७९५ २००६-०७ चित्रकूट मे पर्यटन विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु(९)/२००६ - </span><span style="font-size:100%;">२७८.४५ </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३९८४ २००६-०७ भोरम्देव मे पर्यटन विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु(७९)/२००६- </span><span style="font-size:100%;">३३१.९७ </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३८८७ २००६-०७ बस्तर मे बैगा सर्किट के विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु(८१)/२००६- </span><span style="font-size:100%;">६३८.८० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३८३८ २००६-०७ पर्यटन सर्किट- जगद्लपुर- नगरनार-मचकोट-</span><br /><span style="font-size:78%;">पुलचा-कोलेडा ५-पीएसड्ब्लु(७)/२००६ -</span><span style="font-size:100%;">७३०.२० </span><span style="font-size:85%;">लाख</span><br /><span style="font-size:78%;">३८८८ २००६-०७ कमार पर्यटन सर्किट हेतु ५-पीएसड्ब्लु(८०)/२००६- </span><span style="font-size:100%;">५६२.८६ </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /><strong>राज्य के अन्य एजेन्सीयो को आबंटित राशि</strong></span><span style="font-size:78%;"><strong> :</strong></span><br /><span style="font-size:78%;">३२७४ २००४-०५ नगरनार बस्तर हेतु - </span><span style="font-size:100%;">२०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख </span><br /><span style="font-size:78%;">३२६१ २००४-०५ चित्रकोट हेतु- </span><span style="font-size:100%;">२०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३२३६ २००५-०६ कोडागांव हेतु - </span><span style="font-size:100%;">५०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख</span><br /><span style="font-size:78%;">३७६३ २००६-०७ सिरपुर उत्सव हेतु ५-पीएसड्ब्लु(११)/२००६- </span><span style="font-size:100%;">३.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३९१४ २००६-०७ चिल्फी के लिये साफ़्टवेयर ४-ए औरार।टी(१७)/२००६ - </span><span style="font-size:100%;">२०.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख</span><br /><span style="font-size:78%;">३७७० २००६-०७ बस्तर दशहरा हेतु ५-पीएसड्ब्लु(१०)/२००६ - </span><span style="font-size:100%;">१०.०० <span style="font-size:85%;">लाख</span><br /></span><span style="font-size:78%;">३७७१ २००६-०७ मल्हार उत्सव हेतु ५-पीएसड्ब्लु(१०)/२००६ - </span><span style="font-size:100%;">९.०० </span><span style="font-size:85%;">लाख<br /></span><span style="font-size:78%;">३७६२ २००६-०७ रजिम उत्सव हेतु ५-पीएसड्ब्लु/(११)/२००६ - </span><span style="font-size:100%;">४.२५ </span><span style="font-size:85%;">लाख</span><br /><span style="font-size:78%;">ये तो बात हुई मार्च २००७ तक की, <strong>अप्रेल २००७ से नवंबर २००७ तक कुल ७.७३ करोड रुपये</strong> राज्य सरकार को केन्द्र की सरकार ने पर्यटन के विकास के लिये दिये है। अगर उपरोक्त का योग करे तो कुल <span style="font-size:100%;">७,४०१.४३लाख</span> रुपये होते है हमे जनता तक इसे पहुचाना होगा .</span>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-64272292495252809122008-01-14T11:26:00.000+05:302008-01-14T18:30:34.529+05:30चावल पानी भाई का, वोट काग्रेंस आई का<span style="font-family:courier new;">भाजपा की राज्य सरकार के खिलाफ चलाये जा रहे हमारे लोक जागरण अभियान को लगातार सफलता मिल रही हैं आलम यह है कि जनता स्वयं होकर वार्ड दौरौ मे भाजपा के खिलाफ उतर रही है। हमारे वार्ड अध्यक्ष इस अभियान को पूरी तन्मयता के साथ कर रहे है, इसके लिये वे साधुवाद के पात्र हैं।</span> हमारे राज्य मे केन्द्र की सहायता से गरीबी रेखा के नीचे रहने वालो को मुख्यमंत्री खाध्यान योजना के नाम से तीन रूपये किलो चावल देने हेतु एक कार्यक्रम राज्य सरकार और उसकी मशीनरी करने जा रही हैं, इस कार्यक्रम को पूरे प्रदेश मे एक साथ १६ जनवरी को प्रारंभ किया जाना है, इस हेतु भाजपा के लगभग ५० बडे नेता राज्य मे एकत्रित हो रहे है। करोडों के खर्च पर यह आयोजन किया जा रहा है निश्चिततौर पर जनता कि कमाई से प्राप्त टैक्स के पैसे का दुरुपयोग है अब मायावती और रमन सिंह मे शायद इस मामले मे कोई फर्क नही रह गया हैं। इस कार्यक्रम की सफलता के लिये योजनाबद्द तरीके से गरीबों को पिछले १५ दिनों से राशन नही बाटां जा रहा है और राशन दुकाने बंद पडी है, हम कल इसके विरोध मे राशन दुकानों मे तालाबंदी करने जा रहे है। भाजपाईयों को लगता है की ३ रुपये के चावल से वे छत्तीसगढ की गरीब जनता को अपने पक्ष मे करके चुनावी वैतरणी पार कर लेंगें परन्तु गरीबों से यह एक मजाक हैं, सुश्री उमा भारती ने कल सही कहा कि यह योजना तो चार साल पहले शुरु कर देनी चाहिये थी? खैर भाजपा ने यह कार्यक्रम प्रारंभ करके राज्य मे अपने घोटालो की सुची मे एक और नाम जोडने का रास्ता बना लिया हैं। यह तो समय ही बतायेगा कि ये केन्द्र के पैसे को अपना बताकर कितना पैसा अपना घर ला सकते है ? पर हमे तो पता है कि जब हवा चलेगी तो चावल, पानी भाई का और वोट कांग्रेस आई का होगाUnknownnoreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-9749449105640598722008-01-05T18:24:00.000+05:302008-12-10T01:29:20.497+05:30५ जनवरी २००८<a href="http://3.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R4CXmzC1JjI/AAAAAAAAAa8/Eh-y76pYFG8/s1600-h/copy.jpg"><img id="BLOGGER_PHOTO_ID_5152284666504750642" style="FLOAT: right; MARGIN: 0px 0px 10px 10px; CURSOR: hand" alt="" src="http://3.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R4CXmzC1JjI/AAAAAAAAAa8/Eh-y76pYFG8/s200/copy.jpg" border="0" /></a><br /><div>रायपुर, शहर कांग्रेस कमेटी के अन्तर्गत सदर बाजार ब्लाँक कांग्रेस कमेटी के स्वामी विवेकानंद वार्ड एंव सदर बाजार वार्ड मे लोक जागरण अभियान सम्पन्न हुआ। रायपुर के प्रसिद्ध बुढातालाब के पास से शुरु हुये यह कार्यक्रम कई मायनों मे महत्वपूर्ण था। वार्ड के निवासी एंव रायपुर के महापौर एंव सभापति दोनों भाजपा से है और इसी वार्ड के निवासी हैं, आज इनकें कार्यकाल के तीन वर्ष भी पूरे हुयें इसलिये भी यहां से लोक जागरण का अपना महत्व था। शहर काँग्रेस के इसी ब्लाँक मे हाल ही मे कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति हुई और जिन परिस्थितियों मे हुई उस वजह से भी यह नये कार्यकारी अध्यक्ष के लिये एक चुनौती पूर्ण कार्य था। बहरहाल सुबह ११ बजे कार्यक्रम की शुरुआत मे संबोधित करते हुये अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य श्री अमितेश शुक्ल ने कहा कि राज्य शासन की ही तरह रायपुर नगर निगम भी आम जनता को आवश्यक सुविधाऎ प्रदान करने मे अक्षम साबित हुआ। प्राचीन और ऎतिहासिक बुढातालाब का उदाहरण सबके सामने रखते हुए उन्होने कहां की करोडों रुपये खर्च करने के बाद भी हालत जस की तस है। केन्द्र सरकार के पैसो से जो योजनाऎ राज्य शासन चला रही है उनमे भी भ्रटाचार के सारे रिकार्ड तोड दिये गये है, केन्द्रीय योजनाओ का नाम बदलकर प्रदेश सरकार श्रेय लेने की राजनिति कर रही है। श्री अमितेश शुक्ल ने कांग्रेसजनों से आग्रह किया की इन सब बातो को आमजन तक पहुचाने के लिये जो भी कदम हो,जो भी कार्यक्रम हो करना चाहिये । अमितेश शुक्ल ने कहा कि आदरणीय सोनिया गांधी जी ने विशेष रुचि लेकर रायपुर को जवाहरलाल नेहरु शहर नवीनीकरण योजना मे शामिल कर करोडों रुपये दिये हम समस्त कांग्रेसजनो का यह कर्तव्य है कि सोनिया जी द्वारा रायपुर की जनता को प्रदत करोडों की सौगात का दुरुपयोग भाजपा के लोग कर ना सकें इसका पूरा ध्यान रखना होगा और गरीब जनता को पक्के मकान कम कीमत एंव उच्च गुणवत्ता वाले होने चाहिये तभी कांग्रेस का हाथ गरीब के साथ का नारा सार्थक हो सकेगा। कार्यक्रम मे संयोजक संजय पाठक, सतीश जैन, सुरेश ठाकुर, सहित इंदरचंद धाडीवाल, मनोज कंदोई, मदन तालेडा, वन्दना गुप्ता, बबीता नत्थानी,सुनील बाजारी, घनश्याम राजु तिवारी, भावेश सोनी, नरेन्द्र ठाकुर, नितिन ठाकुर, प्रशांत ठेगडी सहित ब्लाँक अध्यक्ष वीरेन्द्र डागा कार्यकारी अध्यक्ष फ्जल इकबाल सैफी, राजु नायक, नवरत्न गोलछा, राजेन्द्र शुक्ला, श्री प्रभू देवांगन इत्यादि उपस्थित थे। जागरण अभियान सद्दानी चौक, सदर बाजार, सत्ती बाजार, तात्यापारा चौक, जी. ई. रोड, शारदा चौक, जयस्तंभ चौक, मालवीय रोड होते हुये वापस बुढापारा मे समाप्त हुआ।</div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-12035998172639318692008-01-04T17:01:00.000+05:302008-01-05T04:27:09.980+05:30४ जनवरी २००८आज शहर कांग्रेस के ळोक जागरण अभियान मोरेश्वरराव गद्रे वार्ड मे धुमधाम से सम्पन्न हुआ, वार्ड के नागरिकों कों भाजपा के चार वर्ष के दौरान किये गये घोटालों बढते अपराध एंव लचर कानून व्यवस्था के विषय के आलावा यु.पी.ए. सरकार की उप्ब्लबधियों को जन जन तक पहुचाया गया । कार्यक्रम मे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य श्री अमितेश शुक्ल, शहर अध्यक्ष इंदरचंद धडीवाल,प्रभारी महामंत्री मनोज कंदोई,संयोजक संजय पाठक, सतीश जैन,सुरेश ठाकुर, वार्ड अध्यक्ष अशोक सोनवानी पार्षद द्वय संध्या चक्रधर, नफ़ीशा हाशमी इत्यादि उस्थित थे । <br />नियुक्तियां :-<br />श्री हलधर सोनी, त्रिमुर्ति नगर, रानीलक्ष्मी बाई वार्ड रायपुर को सचिव कंहैयालाल बाजारी ब्लाक का सचिव नियुक्त श्री इंदरचंद धाडीवाल द्वारा किया गया इसी प्रकार उन्होने वार्ड अध्य़क्षो की नियुक्तियां इस प्रकार कि है : शहीद चूडामणि वार्ड - महेन्द्र मिश्रा, डाँ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड - परस सोनकर, पं. ईश्वरीचरण शुक्ल वार्ड - नितिन देवांगन, सभी को शहर कांग्रेस ने अतिशीघ्र बुथ के लिये नाम प्रस्तावित करने का आदेश जारी किया है।Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-22401430157141742702008-01-03T19:03:00.000+05:302008-12-10T01:29:20.614+05:30आपके ब्लाक अध्यक्ष की अनुशासनहीनता-राकेश जैन<a href="http://2.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R3zsNjC1IHI/AAAAAAAAAKA/e4Sd7LPmS3A/s1600-h/scan0006.jpg"><img id="BLOGGER_PHOTO_ID_5151251791294570610" style="FLOAT: left; MARGIN: 0px 10px 10px 0px; CURSOR: hand" alt="" src="http://2.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R3zsNjC1IHI/AAAAAAAAAKA/e4Sd7LPmS3A/s320/scan0006.jpg" border="0" /></a><br />मनोज जी, चिठाजगत मे आपका स्वागत है, कांग्रेस पार्टी रायपुर मे आपका यह प्रयास निसंदेह तारीफ के काबिल है,<br />आपको अखबार की एक कतरन भेज रहा हूं पार्टी मे बढती अनुशासनहीनता के विषय मे चिठ्ठाकारों के विचार जानना शायद पार्टी के लिये अच्छा होगा । इसी उम्मीद के साथ यह कतरन शहर कांग्रेस कमेटी को समर्पित है ।Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3777260899746430215.post-39952393132700657932008-01-02T21:55:00.000+05:302008-12-10T01:29:20.956+05:30पप्पू बंजारे के वार्ड मे कार्यक्रम - द्वारा मनोज कंदोई<a href="http://3.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R3ztnzC1IJI/AAAAAAAAAKQ/1dbvK7wS8mM/s1600-h/scan0005.jpg"><img style="float:right; margin:0 0 10px 10px;cursor:pointer; cursor:hand;" src="http://3.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R3ztnzC1IJI/AAAAAAAAAKQ/1dbvK7wS8mM/s200/scan0005.jpg" border="0" alt=""id="BLOGGER_PHOTO_ID_5151253341777764498" /></a><br /><a href="http://4.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R3ztBDC1III/AAAAAAAAAKI/Ff01C56aoCY/s1600-h/scan0004.jpg"><img style="float:left; margin:0 10px 10px 0;cursor:pointer; cursor:hand;" src="http://4.bp.blogspot.com/_jbb10uonhws/R3ztBDC1III/AAAAAAAAAKI/Ff01C56aoCY/s200/scan0004.jpg" border="0" alt=""id="BLOGGER_PHOTO_ID_5151252676057833602" /></a><br />शहर कांग्रेस कमेटी के अन्तर्गत महात्मा गांधी वार्ड के अध्यक्ष पप्पू बंजारे ने लोग जागरण अभियान का आयोजन किया गया था । पुर्व पार्षद जसबीर ढिल्लन एंव पप्पू बंजारे ने शहर अध्यक्ष इंदरचंद धाडीवाल को सुचित किया कि मुख्य अतिथि के रुप मे हमारे प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री आदरणीय श्री अजित जोगी जी को आमंत्रित किया गया हैं, परन्तु किन्ही कारणों से आदरणीय जोगी जी का आना संभव ना हो सका । आज के अखबारों मे पप्पू बंजारे को संदर्भित करते हुये कुछ छपा। मेरे लिये यह मानना असंभव था कि पप्पु बंजारे ऎसे कैसे कर सकता हैं, मैने पप्पू से पुछा तो उसने ऎसे किसी भी बय़ान से साफ इंकार किया तथा अपना स्पष्टीकरण अखबारो मे प्रकाशित कराने का निर्णय लिया जिसकी एक प्रति उसने शहर कांग्रेस को भी दी। कल प्रकाशित समाचार को जिस प्रेसनोट के आधार पर छापा गया था उसे भी एक अखबार के कार्यालय से प्राप्त कर लिया है। दोनो की छायाप्रति आप यहा देख सकते है। सूरज निर्मलकर के मामले मे भी सिवाय गलतफहमी ओर संवादहीनता के अलावा कुछ विशेष नही था, परन्तु मामले को जरुरत से ज्यादा लंबा खीच कर अपनी राजनीतिक रोंटी सेकने वालों की कमी ना थी वरना मैने तो सदर बाजार ब्लांक के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र डागा जी को सारी बातो से अवगत उसी दिन करा दिया था जब वे सुबह- सुबह मेरे घर आये थे.पता नही क्यों इतना विलंब हुआ या किसने करवाया ? चलिये चंद लोगों की मध्यस्थता काम आयी या यू कहे कि शायद उनकी(तथाकथित)मध्यस्थता के लिये ही सुरज की वापसी पर विराम लगा था। निलंबन समाप्ति पर सुरज सहित उसके शुभचिंतको को बधाई एंव शुभकामनाऎ।Unknownnoreply@blogger.com0