Thursday, January 17, 2008

भाजपा की पोल खोलता हमारा अभियान

जब भाजपा के नेता हमारी केन्द्र सरकार के ऊपर छत्तीसगढ के साथ भेदभाव की बात करते है तो हम समस्त कांग्रेसजनो का यह कर्तव्य बनता है कि हम मुहं तोड जवाब दें और जनता को वास्तविकता से अवगत कराये। मै मानता हुं की हमारे कांग्रेस भाई- बहनों को केन्द्रीय योजनाओं की और राज्य को मदद की जानकारी नही मिल पाती है, इसी को ध्यान मे रखते हुऎ मैने इस ब्लाग के माध्यम से उन जानकारीयों को आप तक पहुचाने का प्रण किया है। आज मै सप्रंग की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी एंव प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी की सरकार द्वारा राज्य मे पर्यटन के विकास के लिये आबंटित राशि का विवरण उपलब्ध करा रहा हुं :
राज्य सरकार को आबंटित राशि :-
क्रमशः प्रोजेक्ट क्रामांक, वर्ष, कार्य का विवरण, फाईल क्रमांक, आबंटित राशि (लाखों मे) के क्रम मे इस प्रकार है :-
१८५६ २००३-०४ चम्पारण को पर्यटन केन्द्र के रुप मे विकास ५०.०० लाख
८४७ २००३-०४ चित्रकूट को पर्यटन केन्द्र के रुप मे विकास ५०.०० लाख
१८६७ २००३-०४ -------------तदैव--------------------------- ५०.०० लाख
१८७६ २००३-०४ नगरनार का पर्यटन केन्द्र के रुप मे विअकास ४८.०० लाख
२०७१ २००३-०४ राज्य मे पर्यटन सर्किट का विकास ८००.०० लाख
२८०६ २००३-०४ राजिअम और भोरम्देव महोत्सव हेतु ७.०० लाख
३१२० २००४-०५ इंन्फर्मेशन टेक्नालाजी के विकास हेतु १३-आई टी (२७)/२००४- ३१.६८लाख
३०३५ २००४-०५ सिरपुर के विकास के लिये ५-पीएसड्ब्लू/५२/२००४- ३९७.९१ लाख
३०३३ २००४-०५ इकों पर्यटन के विकास हेतु ५पीएसड्ब्लु/८१/२००४ - ६४८.३५ लाख
३६०८ २००५-०६ छ।ग। मे आई।टी प्रोजेक्ट हेतु ५ पीएसड्ब्लु/(७२)/२००५- ७५.०० लाख
३१४९ २००५-०६ मैनपाट मे विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु/(९८)/२००४- ४६८.४१ लाख
३६०५-२००५-०६ पर्यटन सर्किट- रायपुर-नागपुरा-भोरमदेव ५-पीएसड्ब्लु/(६८)/२००५- ४४७.७२ लाख
३५३३ २००५-०६ पर्यटन सर्किट- रायपुर- आरंग-सिरपुर-नारायन ५-पीएसड्ब्लु/२८/२००४-
पुर- गिरोदपुरी- शिवरीनारायण-खरोद- मठार-
रतनपुर - ७१४.४६ लाख
२००५-०६ मल्हार उत्सव के आयोजन हेतु - ५.०० लाख
३५६५ २००५-०६ सिरपुर उत्सव हेतु १४-टीप(९१)/२००४- १५.०० लाख
३८१९ २००६-०७ माना तुता मे पर्यटन के विकास हेतु - ५०.०० लाख
३८१३ २००६-०७ चिल्फी- कबीरधाम मे पर्यटन विकास हेतु ४-ए-आर।टी (१७)/२००६ - ४८.७५ लाख
३८२५ २००६-०७ माना तुता मे पर्यटन के विकास हेतु -२०.०० लाख
३६८८ २००६-०७ राजमेरगढ (अमरकंटक के पास) का विकास ५-पीएसड्ब्लु(७५)/२००५- २७५.७३ लाख
३८७५ २००६-०७ मल्हार को पर्यटन केन्द्र के रुप मे विकास ५- पीएसड्ब्लु(७८)/२००६- २१६.२१ लाख
३७६१ २००६-०७ राजिम मे पर्य़टन विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु(८)/२००६ - २९५.९५ लाख
३७९५ २००६-०७ चित्रकूट मे पर्यटन विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु(९)/२००६ - २७८.४५ लाख
३९८४ २००६-०७ भोरम्देव मे पर्यटन विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु(७९)/२००६- ३३१.९७ लाख
३८८७ २००६-०७ बस्तर मे बैगा सर्किट के विकास हेतु ५-पीएसड्ब्लु(८१)/२००६- ६३८.८० लाख
३८३८ २००६-०७ पर्यटन सर्किट- जगद्लपुर- नगरनार-मचकोट-
पुलचा-कोलेडा ५-पीएसड्ब्लु(७)/२००६ -७३०.२० लाख
३८८८ २००६-०७ कमार पर्यटन सर्किट हेतु ५-पीएसड्ब्लु(८०)/२००६- ५६२.८६ लाख
राज्य के अन्य एजेन्सीयो को आबंटित राशि
:
३२७४ २००४-०५ नगरनार बस्तर हेतु - २०.०० लाख
३२६१ २००४-०५ चित्रकोट हेतु- २०.०० लाख
३२३६ २००५-०६ कोडागांव हेतु - ५०.०० लाख
३७६३ २००६-०७ सिरपुर उत्सव हेतु ५-पीएसड्ब्लु(११)/२००६- ३.०० लाख
३९१४ २००६-०७ चिल्फी के लिये साफ़्टवेयर ४-ए औरार।टी(१७)/२००६ - २०.०० लाख
३७७० २००६-०७ बस्तर दशहरा हेतु ५-पीएसड्ब्लु(१०)/२००६ - १०.०० लाख
३७७१ २००६-०७ मल्हार उत्सव हेतु ५-पीएसड्ब्लु(१०)/२००६ - ९.०० लाख
३७६२ २००६-०७ रजिम उत्सव हेतु ५-पीएसड्ब्लु/(११)/२००६ - ४.२५ लाख
ये तो बात हुई मार्च २००७ तक की, अप्रेल २००७ से नवंबर २००७ तक कुल ७.७३ करोड रुपये राज्य सरकार को केन्द्र की सरकार ने पर्यटन के विकास के लिये दिये है। अगर उपरोक्त का योग करे तो कुल ७,४०१.४३लाख रुपये होते है हमे जनता तक इसे पहुचाना होगा .

Monday, January 14, 2008

चावल पानी भाई का, वोट काग्रेंस आई का

भाजपा की राज्य सरकार के खिलाफ चलाये जा रहे हमारे लोक जागरण अभियान को लगातार सफलता मिल रही हैं आलम यह है कि जनता स्वयं होकर वार्ड दौरौ मे भाजपा के खिलाफ उतर रही है। हमारे वार्ड अध्यक्ष इस अभियान को पूरी तन्मयता के साथ कर रहे है, इसके लिये वे साधुवाद के पात्र हैं। हमारे राज्य मे केन्द्र की सहायता से गरीबी रेखा के नीचे रहने वालो को मुख्यमंत्री खाध्यान योजना के नाम से तीन रूपये किलो चावल देने हेतु एक कार्यक्रम राज्य सरकार और उसकी मशीनरी करने जा रही हैं, इस कार्यक्रम को पूरे प्रदेश मे एक साथ १६ जनवरी को प्रारंभ किया जाना है, इस हेतु भाजपा के लगभग ५० बडे नेता राज्य मे एकत्रित हो रहे है। करोडों के खर्च पर यह आयोजन किया जा रहा है निश्चिततौर पर जनता कि कमाई से प्राप्त टैक्स के पैसे का दुरुपयोग है अब मायावती और रमन सिंह मे शायद इस मामले मे कोई फर्क नही रह गया हैं। इस कार्यक्रम की सफलता के लिये योजनाबद्द तरीके से गरीबों को पिछले १५ दिनों से राशन नही बाटां जा रहा है और राशन दुकाने बंद पडी है, हम कल इसके विरोध मे राशन दुकानों मे तालाबंदी करने जा रहे है। भाजपाईयों को लगता है की ३ रुपये के चावल से वे छत्तीसगढ की गरीब जनता को अपने पक्ष मे करके चुनावी वैतरणी पार कर लेंगें परन्तु गरीबों से यह एक मजाक हैं, सुश्री उमा भारती ने कल सही कहा कि यह योजना तो चार साल पहले शुरु कर देनी चाहिये थी? खैर भाजपा ने यह कार्यक्रम प्रारंभ करके राज्य मे अपने घोटालो की सुची मे एक और नाम जोडने का रास्ता बना लिया हैं। यह तो समय ही बतायेगा कि ये केन्द्र के पैसे को अपना बताकर कितना पैसा अपना घर ला सकते है ? पर हमे तो पता है कि जब हवा चलेगी तो चावल, पानी भाई का और वोट कांग्रेस आई का होगा