Saturday, January 5, 2008
५ जनवरी २००८
Friday, January 4, 2008
४ जनवरी २००८
आज शहर कांग्रेस के ळोक जागरण अभियान मोरेश्वरराव गद्रे वार्ड मे धुमधाम से सम्पन्न हुआ, वार्ड के नागरिकों कों भाजपा के चार वर्ष के दौरान किये गये घोटालों बढते अपराध एंव लचर कानून व्यवस्था के विषय के आलावा यु.पी.ए. सरकार की उप्ब्लबधियों को जन जन तक पहुचाया गया । कार्यक्रम मे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य श्री अमितेश शुक्ल, शहर अध्यक्ष इंदरचंद धडीवाल,प्रभारी महामंत्री मनोज कंदोई,संयोजक संजय पाठक, सतीश जैन,सुरेश ठाकुर, वार्ड अध्यक्ष अशोक सोनवानी पार्षद द्वय संध्या चक्रधर, नफ़ीशा हाशमी इत्यादि उस्थित थे ।
नियुक्तियां :-
श्री हलधर सोनी, त्रिमुर्ति नगर, रानीलक्ष्मी बाई वार्ड रायपुर को सचिव कंहैयालाल बाजारी ब्लाक का सचिव नियुक्त श्री इंदरचंद धाडीवाल द्वारा किया गया इसी प्रकार उन्होने वार्ड अध्य़क्षो की नियुक्तियां इस प्रकार कि है : शहीद चूडामणि वार्ड - महेन्द्र मिश्रा, डाँ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड - परस सोनकर, पं. ईश्वरीचरण शुक्ल वार्ड - नितिन देवांगन, सभी को शहर कांग्रेस ने अतिशीघ्र बुथ के लिये नाम प्रस्तावित करने का आदेश जारी किया है।
Thursday, January 3, 2008
आपके ब्लाक अध्यक्ष की अनुशासनहीनता-राकेश जैन
Wednesday, January 2, 2008
पप्पू बंजारे के वार्ड मे कार्यक्रम - द्वारा मनोज कंदोई
शहर कांग्रेस कमेटी के अन्तर्गत महात्मा गांधी वार्ड के अध्यक्ष पप्पू बंजारे ने लोग जागरण अभियान का आयोजन किया गया था । पुर्व पार्षद जसबीर ढिल्लन एंव पप्पू बंजारे ने शहर अध्यक्ष इंदरचंद धाडीवाल को सुचित किया कि मुख्य अतिथि के रुप मे हमारे प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री आदरणीय श्री अजित जोगी जी को आमंत्रित किया गया हैं, परन्तु किन्ही कारणों से आदरणीय जोगी जी का आना संभव ना हो सका । आज के अखबारों मे पप्पू बंजारे को संदर्भित करते हुये कुछ छपा। मेरे लिये यह मानना असंभव था कि पप्पु बंजारे ऎसे कैसे कर सकता हैं, मैने पप्पू से पुछा तो उसने ऎसे किसी भी बय़ान से साफ इंकार किया तथा अपना स्पष्टीकरण अखबारो मे प्रकाशित कराने का निर्णय लिया जिसकी एक प्रति उसने शहर कांग्रेस को भी दी। कल प्रकाशित समाचार को जिस प्रेसनोट के आधार पर छापा गया था उसे भी एक अखबार के कार्यालय से प्राप्त कर लिया है। दोनो की छायाप्रति आप यहा देख सकते है। सूरज निर्मलकर के मामले मे भी सिवाय गलतफहमी ओर संवादहीनता के अलावा कुछ विशेष नही था, परन्तु मामले को जरुरत से ज्यादा लंबा खीच कर अपनी राजनीतिक रोंटी सेकने वालों की कमी ना थी वरना मैने तो सदर बाजार ब्लांक के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र डागा जी को सारी बातो से अवगत उसी दिन करा दिया था जब वे सुबह- सुबह मेरे घर आये थे.पता नही क्यों इतना विलंब हुआ या किसने करवाया ? चलिये चंद लोगों की मध्यस्थता काम आयी या यू कहे कि शायद उनकी(तथाकथित)मध्यस्थता के लिये ही सुरज की वापसी पर विराम लगा था। निलंबन समाप्ति पर सुरज सहित उसके शुभचिंतको को बधाई एंव शुभकामनाऎ।